उन्नाव लोकसभा से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने पार्टी को धमकी भरी चिट्ठी लिखकर कहा है कि अगर उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया गया तो पार्टी को हार का सामना करना पड़ेगा.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय को लिखी चिट्ठी में साक्षी महाराज ने क्षेत्र के जातीय समीकरण का ज़िक्र करते हुए कहा है, "क्षेत्र में मुझे छोड़कर ओबीसी का कोई प्रतिनिधि नहीं है. अगर उन्नाव से मेरे संबंध में पार्टी कोई अन्य निर्णय लेती है तो इससे मेरे प्रदेश और देश के करोड़ों कार्यकर्ताओं के आहत होने की पूरी संभावना है, जिसका परिणाम भी सुखद नहीं रहेगा."
उन्होंने लिखा है कि पिछले चुनाव में वो तीन लाख पंद्रह हज़ार वोटों से जीते थे और अगर इस बार भी वहीं से मौका मिला तो महागठबंधन के प्रत्याशी अरुण कुमार शुक्ला और कांग्रेस प्रत्याशी अन्नू टंडन की जमानत जब्त कराएंगे.
साक्षी महाराज ने इस बार पांच लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज कराने का दावा किया है.
तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के लिए अपने 42 उम्मीदवारों की सूची जारी की दी है. इसमें 17 महिलाओं को टिकट दिया गया है.
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज उम्मीदवारों की घोषणा की.
इस सूची के मुताबिक दार्जिलिंग से गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के अमर सिंह राई चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों दलों ने यहां से साझा उम्मीदवार खड़ा किया है.
इसके अलावा सूची में विजय चंद्र बर्मन, परेश चंद्र अधिकारी, दशरथ तिरके, कन्हैया लाल अग्रवाल और अर्पित घोष जैसे नाम शामिल हैं.
तृणमूल कांग्रेस ने इस बार लगभग 41 प्रतिशत महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है. इसमें मुनमुन सेन और शताब्दी रॉय जैसी अभिनेत्रियों के नाम भी हैं. कुछ ही दिन पहले ओडिशा में बीजू जनता दल के प्रमुख नवीन पटनायक ने पार्टी में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की थी.
इसके अलावा टीएमसी असम में छह, बिहार में दो, झारखंड में तीन, अंडमान में एक और ओडिशा में दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ऐलान किया है कि वो सोलापुर ज़िले की माढ़ा लोकसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे.
उन्होंने कहा, "नई पीढ़ी को मौका देने के लिए मैंने चुनाव न लड़ने का फ़ैसला किया है."
एनसीपी अध्यक्ष ने कहा कि उनके भतीजे और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पुत्र पार्थ पवार मावल लोकसभा सीट से उम्मीदवार होंगे.
इससे पहले एनसीपी ने कहा था कि शरद पवार माढ़ा से चुनाव लड़ सकते हैं.
पवार ने कहा, "मैं किसी डर या चिंता से मैदान नहीं छोड़ रहा हूं, 14 चुनाव लड़ चुका हूं और कभी नहीं हारा. क्या 15वां चुनाव लड़ने से डर जाऊंगा...?"
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बीजेपी पर निशाना साधने की कोशिश में चरमपंथी मसूद अजहर को 'जी' बोलकर विवादों में आ गए. राहुल गांधी दिल्ली में बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन में बोल रहे थे.
इस दौरान वह 1999 में कांधार में भारत के हवाई जहाज के अपहरण की घटना जिक्र करते हुए चरमपंथी मसूद अजहर को छोड़ने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहे थे.
राहुल गांधी ने कहा, ''पुलवामा में बम फटा, हमारे सीआरपीएफ के 40-45 लोग शहीद हुए. बस में किसने बम फोड़ा- जैश-ए-मोहम्मद, मसूद अजहर ने. याद होगा? अब ये 56 इंच की छाती वाले, आपको याद होगा जब इनकी पिछली सरकार थी, तो एयरक्राफ्ट में मसूद अजहर जी के साथ बैठकर, जो आज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं अजीत डोभाल, मसूद अजहर को कांधार में हवाले करके आ गए थे.''
उन्होंने कहा, ''पुलवामा में अगर बम ब्लास्ट हुआ, ज़रूर पाकिस्तान के लोगों ने, जैश-ए-मोहम्मद ने करवाया मगर मसूद अजहर को बीजेपी ने जेल से छुड़ाया. कांग्रेस पार्टी के दो प्रधानमंत्री शहीद हुए हैं. हम किसी के आगे नहीं झुकते हैं.''
भाषण के दौरान 'मसूद अजहर जी' कहने के चलते राहुल गांधी लोगों के निशाने पर आ गए और इसे लेकर उनकी आलोचना होने लगी.
इसके अलावा राहुल गांधी ने अपने भाषण में नोटबंदी, जीएसटी, कर्ज़माफ़ी, रोज़गार और यूनिवर्सल बेसिक इनकम का मुद्दा भी उठाया.
साथ ही उन्होंने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन की संभावनाओं को परोक्ष रूप से फिर से खारिज कर दिया. उन्होंने बूथ अध्यक्षों से कहा कि पार्टी को दिल्ली की सातों सीटें जीतनी हैं.
राहुल गांधी ने बूथ अध्यक्षों से कहा कि बूथ पर कांग्रेस पार्टी की बात कीजिए, चौकीदार जी की बात कीजिए, आम आदमी की बात कीजिए और बताइए कांग्रेस पार्टी ही दिल्ली और हिंदुस्तान को बदल सकती है.
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